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बिल्ली पर निबंध (Essay on the cat)

  बिल्ली   बिल्ली पालतू पशु है। वह छोटे बाघ की तरह दिखाई पड़ती है। उसे चार टाँगें, दो आँखें, दो कान, एक नाक और एक पूँछ होती है। उसका सिर गोल होता है। उसका शरीर मुलायम रोओं से ढंका रहता है। बिल्लियाँ भिन्न - भिन्न रंगों की होती हैं। कुछ काली, कुछ उजली और कुछ भूरी होती हैं। कुछ मिश्रित रंगों की भी होती हैं। बिल्ली मांस, मछली, दही, चावल और रोटी खाती है। वह दूध पीना पसंद करती है। उसे चूहों को पकड़ना और उन्हें खाना प्रिय है। बिल्ली सुंदर दीखती है। हमलोग उसे पसंद करते हैं। वह हमारे घरों में रहती है। छोटे बच्चे उसके साथ खेलते हैं। बिल्ली बहुत फुरतीली और चतुर होती है। वह तेजी से दौड़ सकती है। वह आसानी से पेड़ पर चढ़ सकती है। वह आसानी से चूहों को मार देती है। कभी - कभी वह साँपों को पकड़ लेती है। इस तरह वह चूहों और साँपों से हमारी रक्षा करती है। लेकिन , बिल्ली में कुछ अवगुण भी है। वह चुपके से हमारा दूध पी जाती है। वह चोरी - चोरी हमारा दही , मांस और खाना खा जाती है।  इसलिए कुछ लोग उसे पसंद नहीं करते। फिर भी , हमलोग उसे पालतू पशु की तरह रखते हैं। The Cat The cat is a pet animal. It l...

गाय पर निबंध( Essay on cow) in hindi & English

गाय   गाय गाय पालतू पशु है। उसे चार टॉग , दो आँखें , दो कान , दो सींग , एक नाक और एक लंबी पूँछ होती है। गाये भिन्न - भिन्न रंगों की होतो है। कुछ उजली , कुछ काली , कुछ भूरी और कुछ लाल होती हैं। कुछ मिश्रित रंगों की भी होती हैं ।  गायें भिन्न - भिन्न आकारों की होती हैं। कुछ छोटी और कुछ बड़ी होती हैं। गाय घास , खली और भूसा खाती है। गाय बहुत लाभदायक होती है। वह हमें दूध देती है। हमलोग उसका दूध पीते हैं। उसका दूध बहुत पौष्टिक होता है। वह हमें बलवान और स्वस्थ बनाता है । गाय हमें बछड़े देती है। जब बछड़े बड़े होते हैं , तो हमारे खेत जोतते और बैलगाड़ियाँ खीचते हैं। गाय हमें गोबर देती है। गाय का गोबर जलावन और खाद के रूप में उपयोग किया जाता है। गाय मरने के बाद भी हमलोगों के लिए उपयोगी होती है। उसका चमड़ा जूते और थैले बनाने में व्यवहार किया जाता है। उसकी हड्डियाँ खाद बनाने में व्यवहार की जाती हैं।  इसलिए गाय हमारे लिए बहुत लाभदायक है। हमें गाय रखनी चाहिए। हमें उसके साथ दयापूर्वक बरताव करना चाहिmil.k The Cow   The cow is a domestic animal. She has four legs, two eyes, two ears, t...

दस देश जहाँ पर कारोना (covid-19) का एक भी मामला नहीं है?

  ऐसे दस देशों का नाम जहाँ पर कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी का आतंक नहीं है। ( Name of ten countries where there is no terror of dangerous disease like corona. ) ( 1 ) Tuvalu   ( 2 ) Turkmenistan ( 3 ) Tonga ( 4 ) Tokalau ( 5 ) Saint Helena ( 6 ) Pitcairn Island ( 7 ) Palau ( 8 ) Niue ( 9 ) Nauru ( 10 ) Kiribati     ये दुनिया के दस ऐसे देश है ,जहाँ पर कोरोना का संक्रमण अभी तक नहीं हुआ हैं। Subscribe  my  Youtube channel  SBL TECHNICAL Subscribe my study channel 

ग्रहों की पूरी जानकारी। कौन सा ग्रह सबसे बडा हैं।

   1. दो ग्रह जिनके कोई उपग्रह नहीं है , वो हैं— ( a ) पृथ्वी व बृहस्पति  ( b ) बुध व शुक्र ( c ) बुध व मंगल ( d ) शुक्र व मंगल 2.निम्नलिखित में से किस ग्रह के सबसे अधिक उपग्रह हैं? ( a ) बृहस्पति  ( b ) मंगल  ( c ) शनि  ( d ) शुक्र  3.निम्न में से किस ग्रह को भोर का तारा (Morning -Star) के नाम से जाना जाता है ?  ( a ) बुध  ( b ) शुक्र  ( c ) मंगल  ( d ) शनि 4. कौन - सा ग्रह सूर्य के चारों ओर 88 दिन में एक चक्कर लगाता है ?   ( a ) बुध  ( b ) शुक्र  ( c ) मंगल  ( d ) शनि 5.निम्न में से किस ग्रह का घनत्व पानी से कम है तथा पानी में डाल देने पर वह तैरने लगेगा—  ( a ) बुध  ( b ) शुक्र ( c ) शनि  ( d ) मंगल  6. सूर्य की सतह का तापमान होता है लगभग — ( a ) 5800 ° C  ( b ) 1000 ° C  ( c ) 2000 ° C  ( d ) 4000 ° C  7. सूर्य के सबसे निकट तारा है — ( a ) बीटा सेन्टोरी  ( b ) एल्फा सेन्टोरी  ( c ) गामा सेन्टोरी ( d ) प्रोक्सिमा सेन्टोरी 8. नेप्च्यून की खोज की—  ( a ) गैले...

सोडियम का इतिहास( history of sodium)

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सोडियम सोडियम कैसे प्राप्त होता है:— अत्यंत क्रियाशाल तत्व होने के कारण यह मूक्त अवस्था नाइट्रेट , कार्बोनेट , बोरेट और सल्फेट के रूप में पाया जाता है ।यह मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता है । संयुक्त अवस्था में यह पर्याप्त मात्रा में क्लोराइड , नाईट्रेट, कार्बोंनेट, बोरेट और सल्फर के रूप में पाया जाता हैं। सोडियम धातु का निष्कर्षण :—   सोडियम धातु का निष्कर्षण कास्टनर विधि द्वारा द्रवित सोडियम हाइड्रॉक्साइड के वैद्युत् अपघटन से किया है । डाउन विधि द्वारा भी पिघले हुए सोडियम क्लोराइड के वैद्युत् जाता अपघटन से सोडियम धातु बड़े पैमाने पर प्राप्त की जाती है ।  सोडियम धातु के भौतिक गुण :—   यह चाँदी के समान सफेद धातु है । यह मुलायम होता है एवं इसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है । इसका आपेक्षिक घनत्व 0.97 होता है । पानी से हल्का होने के कारण यह पानी पर तैरने लगता है । यह विद्युत् का सुचालक होता है । सोडियम धातु बेंजीन तथा ईथर में विलेय होता है ।  सोडियम के रासायनिक गुण :—   साधारण ताप पर शुष्क हवा और शुष्क ऑक्सीजन का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है । आर्द्र हवा में स...

विद्युत-धारा(Electric current) class 10th

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विद्युत धारा— बिजली या विद्युत - धारा से हमारा तात्पर्य होता है, तारों से होकर आवेश ( charge ) का प्रवाह । हम जानते हैं कि पदार्थ के परमाणुओं ( atoms ) की रचना तीन मौलिक कणों से होती है- ऋण आवेशयुक्त इलेक्ट्रॉन ( electron ) , धन आवेशयुक्त प्रोटॉन ( proton ) तथा अनावेशित न्यूट्रॉन ( neutron ) । प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन परमाणु के केंद्रीय भाग में रहते हैं जिसे नाभिक ( nucleus ) कहते हैं । नाभिक के इर्द - गिर्द कुछ निश्चित कक्षाओं ( orbits ) में इलेक्ट्रॉन घूमते रहते हैं । इलेक्ट्रॉन पर जितने परिमाण ( magnitude ) का ऋण आवेश रहता है उतने ही परिमाण का धन आवेश प्रोटॉन पर रहता है । परमाणु में इलेक्ट्रॉनों तथा प्रोटॉनों की संख्या बराबर रहती है , अतः परमाणु विद्युततः उदासीन ( electrically neutral ) होता है । चूंकि परमाणुओं से ही वस्तुओं का निर्माण होता है , इसलिए उनमें समान परिमाण में धन तथा ऋण आवेश होने के कारण वे विद्युततः उदासीन होते हैं । कभी - कभी वस्तुओं में धन तथा ऋण आवेश का यह संतुलन बिगड़ता भी है । उदाहरण के लिए , जब हम एक काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ते हैं , तो काँच की छड़ के क...

मानव नेत्र और रंगबिरंगा संसार

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  मानव नेत्र मानव नेत्र या आँख एक अद्भूत प्रकृति प्रदत प्रकाशीय यंत्र है। बनावट— मानव नेत्र या आँख गोलीय होता हैं। आँख के गोले भाग को नेत्रगोलक कहते है। नेत्रगोलक की सबसे बाहरी परत सफेद और मोटी अपारदर्शी चमड़े की होती है,जिसे श्वेत पटल या स्क्लेरोटिक कहते है।इसका अगला भाग कुछ उभरा भाग पारदर्शी होता है ,जिसे कॉर्निया कहते है। स्क्लेरोटिक के नीचे गहरे भूरे रंग की परत होती है,जिसे कॉरॉयड कहते है।कॉरॉयड आगे आकर दो परतों में विभक्त हो जाती है। आगे की अपारदर्शी परत सिकुड़ने और फैलनेवाली डायफ्राम के रूप में रहती है जिसे परितारिका या आइरिस (iris) कहते है।इसके पीछेवाली परतेें सिलियरी पेशियाँ कहलाती है। सिलियरी पेेेेेेशियाँ ,जिलेटिन जैसे पदार्थो से बने नेत्र-लेंस (उत्तल लेंस) को लटकाकर रखती है।                  रेटिना  —    नेत्रगोलक की सबसे भीतरी सूक्ष्मग्राही परत को दृष्टि पटल या रेटिना कहते है। जब प्रकाश रेटिना पर पड़ता है तो संवेदना उत्पन्न होती है।जो प्रकाश-स्नायु या दृक तंत्रिकी द्वारा हमारे मस्तिष्क तक पहुँचती है ...