कार्बनिक यौगिकों का अध्ययन
कार्बनिक यौगिक
1. मिथेन:— मिथेन एल्केन श्रेणी का प्रथम सदस्य हैं । यह एक कार्बनिक गैस है। इसे मार्स गैस के नाम से भी जाना जाता है। प्राकृतिक रूप से यह सब्जियों के विघटन से प्राप्त की जाती है। प्रयोगशाला में यहां सोडियम एसीटेट को सोडा लाइम के साथ गर्म करके प्राप्त किया जाता है। यह प्राकृतिक गैस का प्रमुख अवयव है उसमें यह 90% मात्रा में मौजूद रहता है।
हवा के साथ यह विस्फोटक मिश्रण बनाता है जिसके कारण कोयले की खानों में प्रायः भयानक विस्फोट हुआ करते हैं।
इसका उपयोग गैसीय ईंधन के रूप में कार्बनिक यौगिकों के निर्माण में, कार्बन ब्लैक बनाने में हाइड्रोजन के औद्योगिक उत्पादन आदि में होता है ंं।
इसकी आकृति सम चतुष्फलकीय होती है तथा बंधनों के बीच का कोण 109°28' होता है ।
2. एथिलिन :— यह एल्कीन श्रेणी का प्रथम सदस्य है। प्रयोगशाला में एथिलीन बनाने के लिए इथाइल अल्कोहल तथा अधिक मात्रा में सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल को 170 डिग्री सेंटीग्रेड पर गर्म किया जाता है। इसका उपयोग पॉलीथिन प्लास्टिक बनाने में किया जाता है मास्टर गैस बनाने में निश्चेतक के रूप में और ऑक्सी एथिलीन ज्वाला उत्पन्न करने में होता है।
3. एसीटिलीन:— यह ऐल्काइन श्रेणी का प्रथम सदस्य है। इसे प्रयोगशाला में कैल्शियम कार्बाइड पर जल की प्रतिक्रिया द्वारा बनाया जाता हैं।
इसका उपयोग प्रकाश उत्पन्न करने में, कपूर बनाने में ,निश्चेतक के रूप में धातुओं को काटने - जोड़ने में, बेंजीन के संश्लेषण में, कच्चे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने में होता है।
इसकी खोज अमेरिकी वैज्ञानिक विल्सन ने की थी।
Comments