प्रकाश का परावर्तन वर्ग 10th chapter—1(Reflection of light)
प्रकाश क्या है ?
उत्तर— प्रकाश वह कारक है, जिसकी सहायता से हम वस्तुओं को देखते हैं। वास्तव में प्रकाश जब किसी वस्तु से टकराकर हमारी आंखों तक पहुंचती है ,तब ही हम किसी वस्तु को देख पाते हैं। प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है ।
प्रदीप्त पदार्थ क्या है ?
उत्तर— जो वस्तुएं प्रकाश उत्सर्जित करती है वह प्रदीप्त कहलाती है। जैसे- सूर्य, बिजली का जलता हुआ बल्ब, मोमबत्ती, दिया ,लालटेन आदि।
अदिप्त पदार्थ क्या है ?
उत्तर— जो वस्तुएं प्रकाश उत्सर्जित नहीं करती हैं वह अदीप्त वस्तुएं कहलाती है । जैसे- पत्थर ईट आदि ।
प्रकाश का प्रकीर्णन क्या है ?
उत्तर— किसी स्रोत से आती हुई कि प्रकाश कितने जब सूक्ष्म कणों जैसे वायु के अणुओं या फिर धूल कणों पर पड़ता है , तो वह कण अपने ऊपर पड़ने वाले कुछ प्रकाश को अवशोषित कर लेते हैं और उसे अपने चारो तरफ विकिरित कर देते हैं। इस प्रक्रिया को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते है ।
किरण पुंज कितने प्रकार के होते हैं ?
किरण पुंज मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं —
1.अपसारी किरण पुंज 2.समांतर किरण पुंज 3.अभिसारी किरण पुंज
1. अपसारी किरण पुंज — जब प्रकाश की किरणें एक बिंदु स्रोत से निकलकर फैलते हुए आगे की ओर बढ़ती है, तो इस प्रकार के किरण पुंज को आपसारी किरण पुंज कहा जाता है ।
![]() |
(a)अपसारी किरणपुंज |
2.समांतर किरण पुंज - ऐसे किरण पुंज जिसमें प्रकाश की किरणे एक दूसरे के समांतर होती है ।बहुत अधिक दूरी पर स्थित प्रकाश स्रोत से आती हुई किरणों को समांतर किरण पुंज कहा जाता है । जैसे— सूर्य
![]() |
(b) समांतर किरणपुंज |
3. अभिसारी किरण पुंज - जब प्रकाश की किरणेें एक बिंदु पर आकर मिलती है या मिलती हुई प्रतीत होती है तो इस प्रकार के किरण पुंज को अभिसारी किरण पुंज कहा जाता हैै।
![]() |
(c) अभिसारी किरणपुंज |
ऐसे किरण पुंज में किरणों के बीच की दूरी घटती है।
पारदर्शी पदार्थ किसे कहते हैं?
उत्तर— वे पदार्थ जिनसे होकर प्रकाश आसानी से पार कर जाता है पारदर्शी पदार्थ कहलाता हैै। जैसे —काँच, पानी ,हवा आदि पारदर्शी पदार्थ है ।
पारभासी पदार्थ किसे कहते है ?
उत्तर— ऐसे पदार्थ जिनसे होकर प्रकाश पूरी तरह से पार नहीं हो पाता है प्रकाश का छोटा सा भाग ही पार हो सकता है। पारभासी पदार्थ कहलाता है । जैसे — तेल लगा हुआ कागज, बैलून ,आंख की पलक, ट्रेसिंग पेपर, रक्त ,दूध , कुहासा आदि।
अपारदर्शी पदार्थ किसे कहते है?
उत्तर— ऐसे पदार्थ जिनसे होकर प्रकाश बिल्कुल भी नहीं आता -जाता हो अपारदर्शी पदार्थ कहलाते हैं। जैसे —लकड़ी, लोहा, पत्थर ,अलकतरा ,पेंट, धातु का प्लेट इत्यादि ये सभी अपारदर्शी पदार्थ है ।
प्रकाश का परावर्तन क्या है?
प्रकाश का परावर्तन - जब किसी स्रोत से आती हुई किरणें किसी चिकनी या चमकीली सतह से टकराती है , तो पुनः उसी माध्यम में लौट जाती है यह घटना प्रकाश का परावर्तन कहलाती है ।
आपतित किरण - किसी स्रोत से आती हुई किरणेें जब किसी सतह पर पड़ती है तो वह किरण आपतित किरण कहलाती है ।
परावर्तित किरण - जिस माध्यम में चलकर आपतित किरण किसी सतह पर पड़ती है उसी माध्यम में लौटती हुई किरण को परावर्तित किरण कहते हैं ।
आपतन बिंदु - जिस बिंदु पर आपतित किरण सतह से टकराती है ,उसे आपतन बिंदु कहा जाता है।
अभिलंब - किसी समतल सतह के किसी बिंदु पर खींचे हुुुए लंब को उस बिंदु पर अभिलंब कहा जाता है।
आपतन कोण - आपतित किरण और आपतन बिंदु पर खींचे गए अभिलंब से जो कौन बनता है ,उसे आपतन कोण कहा जाता है ।
परावर्तन कोण - परावर्तित किरण और आपतन बिंदु पर खींचा गया अभिलंब से जो कौन बनता है ,उसे परावर्तन कोण कहते हैं ।
प्रकाश के परावर्तन का नियम?
प्रकाश के परावर्तन के मुख्यत: दो नियम है -
1. आपतित किरण ,परावर्तित किरण तथा आपतन बिंदु पर खींचा गया अभिलंब तीनों एक ही समतल में होते हैं।
2. आपतन कोण परावर्तन कोण के बराबर होता है ।
![]() |
प्रकाश के परावर्तन के नियम |
![]() |
समतल दर्पण पर लंबवत आपतित किरण का परावर्तन |
प्रतिबिंब क्या है?
उत्तर— किसी बिंदु स्रोत से आती हुई प्रकाश की किरणें दर्पण से परावर्तन के बाद भी इस बिंदु पर मिलती है ,या जिस बिंदु पर मिलती हुई प्रतीत होती है उसे उस बिंदु स्रोत का प्रतिबिंब कहा जाता है ।
प्रतिबिंब दो प्रकार के होते हैं —
(|) वास्तविक प्रतिबिंब
(||) आभासी या काल्पनिक प्रतिबिंब
(|) वास्तविक प्रतिबिंब क्या है - किसी बिंदु स्रोत से आती प्रकाश की किरणें दर्पण से परावर्तन के बाद जिस बिंदु पर वास्तव में मिलती है उसे उस बिंदु स्रोत का वास्तविक प्रतिबिंब कहा जाता है।
Note:-
1. वास्तविक प्रतिबिंब वस्तु के अपेक्षा हमेशा उल्टा होता है। 2. इसे पर्दे पर उतारा जा सकता है।
(||) आभासी प्रतिबिंब क्या है — किसी बिंदु स्रोत से आती हुई प्रकाश की किरणे परावर्तन के बाद जिस बिंदु से आती हुई प्रतीत होती है । उसे उस बिंदु स्रोत का आभासी प्रतिबिंब कहा जाता है ।
Note:-
1.आभासी प्रतिबिंब वस्तु की अपेक्षा हमेशा सीधा होता है, और इसे पर्दे पर नहीं उतारा जा सकता है।
2.आभासी प्रतिबिंब को हमेशा टूटी रेखाओं से दिखाया जाता है ।
दर्पण
समतल दर्पण किसे कहते हैं?
उत्तर— वैसा दर्पण जो समतल होता है ,उठा या उभरा हुआ नहीं होता है, समतल दर्पण कहलाता है। समतल दर्पण के सामने अगर कोई वस्तु रख दी जाए तो, दर्पण से जितनी दूर वस्तु होगी उतना ही पीछे उसका प्रतिबिंब बनेगा।
समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब की विशेषताएं :—
1.समतल दर्पण में बना प्रतिबिंब हमेशा पीछे बनता है। 2.प्रतिबिंब का आकार वस्तु के आकार के बराबर होता है ।3.प्रतिबिंब वस्तु की अपेक्षा सीधा बनता है। 4.प्रतिबिंब में पार्श्विक रूप से उल्टा होता है । 5.प्रतिबिंब आभासी होता है। 6.इसे पर्दे पर उतारा नहीं जा सकता है। 7.समतल दर्पण में प्रतिबिंब दर्पण से उतना ही पीछे बनता है, जितना वास्तु दर्पण के आगे स्थित होता है।
गोलीय दर्पण क्या है ?
उत्तर— ऐसा दर्पण जिसका परावर्तक सतह किसी खोखले गोले का एक भाग होता है गोलीय दर्पण कहलाता है ।
गोलीय दर्पण मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है 1.)अवतल दर्पण 2.)उत्तल दर्पण
1. अवतल दर्पण किसे कहते हैं ?
उत्तर— वैसा गोलीय दर्पण जिसका परावर्तक सतह धँसा हुआ होता है अवतल दर्पण कहलाता है। * इसके बाहरी सतह को रजतित किया जाता हैं।
![]() |
(a)अवतल दर्पण |
2. उत्तल दर्पण किसे कहते हैं ?
ऐसा गोलीय दर्पण जिसके परावर्तक सतह उठा या उभरा हुआ होता है उत्तल दर्पण कहलाता है। * इसके भीतरी सतह को रजतित किया जाता हैं।
![]() |
(b) उत्तल दर्पण |
------------------------------------------------------------------
ध्रुव किसे कहते हैं - गोलीय दर्पण के मध्य बिंदु को दर्पण का ध्रुव कहा जाता है।
वक्रता केंद्र क्या है - गोलीय दर्पण जी से बोले का भाग होता है उस गोले के केंद्र को दर्पण का वक्रता केंद्र कहा जाता है।
वक्रता त्रिज्या क्या है - गोलीय दर्पण जिस गोले का भाग होता है उसकी त्रिज्या को दर्पण की वक्रता त्रिज्या कहते हैं।
मुख्य या प्रधान अक्ष - गोलीय दर्पण के ध्रुव से वक्रता केंद्र को मिलाने वाली सरल रेखा को दर्पण का प्रधान या मुख्य अक्ष कहा जाता है।
फोकस और फोकस दूरी
फोकस - किसी दर्पण का फोकस, ध्रुव और वक्रता केंद्र के ठीक बीच में होता है ।
फोकस दूरी - फोकस से दर्पण के ध्रुव के बीच की दूरी को दर्पण की फोकस दूरी कहते हैंं।
NOTE- अवतल दर्पण हो या उत्तल दर्पण ,यदि आपतन बिंदु ध्रुव से बहुत दूर ना हो तो फोकस दूरी, दर्पण की वक्रता त्रिज्या की आधी होती है। अर्थात, f= R/2
गोलीय दर्पण के लिए किरण-अरेखों की बनावट—
1. मुख्य अक्ष के समांतर आपतित किरण— (a) दर्पण के मुख्य के समांतर आने वाली किरण दर्पण से परावर्तन के बाद, यदि अवतल दर्पण हो तो उसके फोकस से होकर गुजरती है।
(b) दर्पण के मुख्य के समांतर आनेवाली किरण दर्पण से परावर्तन के बाद, यदि उत्तल दर्पण हो तो फोकस से आती हुई प्रतीत होती हैै।
2. फोकस की दिशा में आपतित किरण— उत्तर—जब कोई किरण दर्पण की फोकस की दिशा में आपतित होती है तो वह परावर्तन के बाद दर्पण के मुख्य अक्ष के समांतर निकलती हैै।
3. वक्रता केंद्र की दिशा में आपतित किरण— उत्तर— वक्रता त्रिज्या दर्पण पर स्थित किसी बिंदु पर अभिलंब होती है ।इसलिए जो किरण दर्पण की वक्रता केंद्र की दिशा में दर्पण पर पड़ती है, वह दर्पण पर लंबवत होती है इसलिए परावर्तन के बाद वह किरण उसी पथ पर लौट जाती है।
4. ध्रुव की दिशा में आपतित किरण - उत्तर— ध्रुव पर प्रधान अक्ष दर्पण पर अभिलंब है ,यदि कोई किरण दर्पण पर ध्रुव की दिशा में मुख्य से iकोण बनाते हुए आपतित हो तो परावर्तन के नियम से परावर्तित किरण भी मुख्य अक्ष से i कोण के बराबर का कोण r बनाती हुई निकलेगी।
अवतल दर्पण के सामने विभिन्न दूरियों पर रखें वस्तु के प्रतिबिंब की स्थिति— 1.जब वस्तु अवतल दर्पण की फोकस और ध्रुव के बीच स्थित हो तो प्रतिबिंब कहां बनेगा ? उत्तर — प्रतिबिंब दर्पण के पीछे काल्पनिक ,सीधा और आवर्धित अर्थात वस्तु से बड़ा बनता है।
2. जब वस्तु अवतल दर्पण की फोकस पर रखी गई हो तब प्रतिबिंब कहां बनेगा ? उत्तर— जब वस्तु अवतल दर्पण की फोकस पर रहती है तब वस्तु का प्रतिबिंब अनंत पर बनता है। यह प्रतिबिंब वास्तविक ,उल्टा और वस्तु से बहुत ही आवर्धित अर्थात बड़ा बनता है।
3. जब वस्तु अवतल दर्पण की वक्रता केंद्र और फोकस के बीच में रखी गई हो तब प्रतिबिंब कहां बनेगा ? उत्तर—जब वस्तु अवतल दर्पण की वक्रता केंद्र और फोकस के बीच रहती है तब वस्तु का प्रतिबिंब वक्रता केंद्र और अनंत के बीच बनता है और यह प्रतिबिंब वास्तविक, वस्तु की अपेक्षा उल्टा तथा आवर्धित होता हैै।
4. जब वस्तु अवतल दर्पण की वक्रता केंद्र पर रखी गई हो तो प्रतिबिंब कहां बनेगा ? उत्तर—जब वस्तु अवतल दर्पण की वक्रता केंद्र पर रखी गई होती है तो वस्तु का प्रतिबिंब वक्ता केंद्र पर ही बनता है और यह प्रतिबिंब वास्तविक, उल्टा और वस्तु के बराबर होता है।
5. जब वस्तु अनंत और अवतल दर्पण की वक्रता केंद्र के बीच होती है तो प्रतिबिंब कहां बनता है ? उत्तर — जब वस्तु अवतल दर्पण के सामने अनंत और वक्रता केंद्र के बीच में रखी गई हो, तो उस वस्तु का प्रतिबिंब वक्रता केंद्र फोकस के बीच बनता है, और यह प्रतिबिंब वास्तविक ,उल्टा और वस्तु से छोटा होता है।
6.जब वस्तु अनंत पर रखी गई हो तो प्रतिबिंब कहां बनेगा- उत्तर— जब कोई वस्तु अवतल दर्पण के सामने अनंत पर रखी गई हो तो उसका प्रतिबिंब फोकस पर बनेगा और यह प्रतिबिंब वास्तविक, उल्टा और वस्तु से बहुत छोटा होगा।
![]() |
अवतल दर्पण में बने प्रतिबिंबों की स्थिति ,प्रकृति और आकार Reflection of light full tutorial |
Comments