मेरा प्रिय लेखक
मेरा प्रिय लेखक ;
मेरे प्रिय लेखक मुंशी प्रेमचंद है।
जिनका जन्म 31 जुलाई 1880 में वाराणसी के लमही गांव में हुआ था। उनके पिता अजायब राय थे। । गांव की पाठशाला में उन्हें उर्दू फारसी की प्रारंभिक शिक्षा मिली। 1994 में मैट्रिक की परीक्षा पास की। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सके ।अपने बल पर उन्होंने स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
उन्होंने अपनी कहानी में शोषित ,पीड़ित ,प्रतारड़ित जनता भूख से मर रहे लोगों ,उपेक्षित लोगों की दशाओं का मार्मिक चित्र प्रस्तुत किया है ।
मुंशी प्रेमचंद की कुछ प्रमुख रचनाएं इस प्रकार है —कहानी संग्रह:— सप्त सरोज,नवविधि प्रेम-पचीसी ,प्रेम- पूर्णिमा ,प्रेम द्वादशी ,प्रेम पीयूष ,प्रेम चतुर्थी मानसरोवर, कफन ,प्रेम- प्रतिज्ञा, प्रेम -प्रमोद ,प्रेम-सरोवर ,समय यात्रा ,कुत्ते की कहानी, जंगल, अग्नि- समाधि और प्रेम गंगा ये सभी प्रेमचंद्र की कहानी संग्रह है ।
मुंशी प्रेमचंद की उपन्यास की रचनाएं —
प्रेम प्रतिज्ञा ,सेवा सदन, प्रेम-आश्रय ,निर्मला,रंगभूमि ,कायाकल्प ,गवन, कर्म-भूमि गोदान और मंगलसूत्र।
मुंशी प्रेमचंद्र की कुछ नाटक की रचनाएं है जैसे:—संग्राम , कर्बला , प्रेम की वेदी और रूठी- रात्रि।
मेरे प्रिय लेखक मुंशी प्रेमचंद है।
जिनका जन्म 31 जुलाई 1880 में वाराणसी के लमही गांव में हुआ था। उनके पिता अजायब राय थे। । गांव की पाठशाला में उन्हें उर्दू फारसी की प्रारंभिक शिक्षा मिली। 1994 में मैट्रिक की परीक्षा पास की। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सके ।अपने बल पर उन्होंने स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
वे अध्यापक के पद पर भी कुछ दिनों तक कार्य किए । राष्ट्रीय आंदोलन और गाँधीवादी विचार-धारा से प्रभावित होकर उन्होंने सरकारी नौकरी से त्यागपत्र दिया और साहित्य की सेवा में अपना अमूल्य जीवन समर्पण कर दिया। वे हंस प्रकाशन संचालित किए । वे भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष बने। प्रेमचंद ने एक कहानीकार के रूप में यश अर्जन किया । उनकी कहानियां भारतीय जीवन व्यवस्था की आईना है । |
मुंशी प्रेमचंद की कुछ प्रमुख रचनाएं इस प्रकार है —कहानी संग्रह:— सप्त सरोज,नवविधि प्रेम-पचीसी ,प्रेम- पूर्णिमा ,प्रेम द्वादशी ,प्रेम पीयूष ,प्रेम चतुर्थी मानसरोवर, कफन ,प्रेम- प्रतिज्ञा, प्रेम -प्रमोद ,प्रेम-सरोवर ,समय यात्रा ,कुत्ते की कहानी, जंगल, अग्नि- समाधि और प्रेम गंगा ये सभी प्रेमचंद्र की कहानी संग्रह है ।
मुंशी प्रेमचंद की उपन्यास की रचनाएं —
प्रेम प्रतिज्ञा ,सेवा सदन, प्रेम-आश्रय ,निर्मला,रंगभूमि ,कायाकल्प ,गवन, कर्म-भूमि गोदान और मंगलसूत्र।
मुंशी प्रेमचंद्र की कुछ नाटक की रचनाएं है जैसे:—संग्राम , कर्बला , प्रेम की वेदी और रूठी- रात्रि।
मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित जीवन चरित्र :— कलम, तलवार और त्याग, महात्मा से शादी और रामचरित्र इसके अतिरिक्त अंग्रेजी में साहित्य अनुवाद किया मर्यादा , माधुरी , जागरण और हंस पत्रिका भी संपादित किए हैं।
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